Ayurveda Is The Best For Hiccough Treatment
आयुर्वेद में है हिक्का / हिचकी का सबसे उत्तम उपचार हिचकी, लक्षण, कारण और आयुर्वेदिक उपचार - Get Ayurvedic Treatement in JPS AYURVEDIC PHARMACY and Get FREE Online Consultation with Best Ayurvedic Doctors. Visit JPS AYURVEDIC CLINIC TODAY! हिचकी / हिक्का - हिक्का को आम बोलचाल की भाषा में हिचकी कहते है | जब शरीर में प्राणवायु प्रकुपित होकर बढ़े हुए वेग के साथ मुख से बाहर निकलने के लिए उतावली होती है तो अचानक गले से हिक हिक शब्द की आवाज निकलती है इसी को हिक्का या हिचकी कहते है | जब भी हिक्का का वेग शुरू होता है तो बहुत देर तक लगातार हिचकी आती रहती है | दस्त, बुखार, उलटी, जुकाम और पीलिया के बाद हिक्का रोग की उत्पत्ति होती है | हिचकी के लक्षण - रोगी को बार हिचकियाँ आने लगती है अचानक गले से हिक हिक शब्द की आवाज आती है साँस लेने में परेशानी होती है | सिरदर्द, पेट फूलने और पेट दर्द की समस्या होती है | हिचकी होने का कारण - धूल, धुआं और धूप तथा तेज हवा में रहने से | अधिक व्यायाम करने से और अधिक काम करने से पानी कम पीने से और अधिक पैदल चलने से | | मल