उच्च रक्तचाप को कम करने के घरेलू उपाय Home treatment for high blood pressure

high blood pressure treatment in ayurveda

उच्च रक्तचाप को कम करने के उपाय

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि, शरीर के प्रत्येक हिस्से में रक्त का सही संचरण बहुत आवश्यक है. हमारा ह्रदय वह अंग है जो रक्त को शुद्ध कर शरीर के अन्य अंगों तक पहुंचाता है. धमनियां शुद्ध रक्त को शरीर के विभिन्न हिस्सों तक पहुंचाने का काम करती है. रक्त के द्वारा ही हमारा शरीर आवश्यक पोषण और ज़रूरी खनिज तत्व प्राप्त कर स्वस्थ रहता है. जब ये धमनियां सही तरीके से अपना कार्य करने में असमर्थ हो जाती हैं तो शरीर में रक्त का संचरण ठीक तरह से नहीं हो पाता और इसका असर हमारे ब्लड प्रेशर या रक्तचाप पर पड़ता है. मानव शरीर का सामान्य रक्तचाप 120/80 को माना जाता है. अगर यह परिमाण 140/90 या इससे ऊपर चला जाये तो स्थिति को घातक माना जाता है जो धीरे धीरे शरीर को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता रहता है.

हाई ब्लड प्रेशर जिसके मुख्य कारण निम्न हैं-

वंशानुगत (Genetics)- परिवार में किसी अन्य को यह समस्या होने की वजह से आने वाली पीढ़ी में भी ब्लड प्रेशर की सम्भावना रहती है, अतः यह कहा जा सकता है कि ब्लड प्रेशर के कारण वंशानुगत भी हो सकते हैं.
मोटापा और अत्यधिक वसा (Extra weight and fat)- हमारे शरीर में मोटापा चर्बी या वसा के रूप में जमा होता रहता है, जब वसा की मात्रा अत्यधिक हो जाती है तो इसका प्रभाव नसों पर भी पड़ता है और रक्तनलिकाएं बाधित होती हैं जो ब्लड प्रेशर का कारण बनती हैं.
अधिक नमक का सेवन (Excess salt)- नमक में उच्च मात्रा में सोडियम पाया जाता है जो रक्तचाप को बढ़ने में मदद करता है. अगर कोई व्यक्ति सामान्य से अधिक मात्रा में सोडियम का सेवन करता है तो ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, और यहीं से हाई ब्लड प्रेशर की शुरुआत होती है.
चिंता और तनाव (Stress and tension)- दिमाग में चिंता यार किसी प्रकार का तनाव होने पर ब्लड प्रेशर बढ़ता है, ब्लड प्रेशर का सीधा सम्बन्ध दिमाग या मस्तिष्क से भी है. शांत और चिंतामुक्त जीवन हाई ब्लड प्रेशर को दूर रखने का उपाय है. हाई ब्लड प्रेशर आगे चलकर हाईपर टेंशन का रूप ले लेता है जो और भी अधिक खतरनाक होता है. चिंता मुक्त रहकर शांत भाव से जीवन जीना इस रोग को दूर करने का एक प्राथमिक उपचार है |
हाई ब्‍लड प्रेशर के सामान्‍य लक्षण - हाई ब्लड प्रेशर में चक्कर आने लगते हैं, सिर घूमने लगता है। रोगी का किसी काम में मन नहीं लगता। उसमें शारीरिक काम करने की क्षमता नहीं रहती और रोगी अनिद्रा का शिकार रहता है। इस रोग का घरेलू उपचार भी संभव है, जिनके सावधानीपूर्वक इस्तेमाल करने से बिना दवाई लिए इस भयंकर बीमारी पर पूर्णत: नियंत्रण पाया जा सकता है। जरूरत है संयमपूर्वक नियम पालन की।

हाई ब्लड प्रेशर के लिए घरेलू उपचार -

1) नमक ब्लड प्रेशर बढाने वाला प्रमुख कारक है। इसलिए हाई बी पी वालों को नमक का प्रयोग कम कर देना चाहिए।
2) लहसुन ब्लड प्रेशर ठीक करने में बहुत मददगार घरेलू उपाय है। यह रक्त का थक्का नहीं जमने देता है। और कोलेस्‍ट्रॉल को नियंत्रित रखता है।
3) एक बडा चम्मच आंवले का रस और इतना ही शहद मिलाकर सुबह-शाम लेने से हाई ब्लड प्रेशर में लाभ होता है।
4) जब ब्लड प्रेशर बढा हुआ हो तो आधा गिलास मामूली गर्म पानी में काली मिर्च पाउडर एक चम्मच घोलकर 2-2 घंटे के अंतराल पर पीते रहें।
5) तरबूज के बीज की गिरी तथा खसखस अलग-अलग पीसकर बराबर मात्रा में मिलाकर रख लें। इसका रोजाना सुबह एक चम्‍मच सेवन करें।
6) बढे हुए ब्लड प्रेशर को जल्दी कंट्रोल करने के लिये आधा गिलास पानी में आधा नींबू निचोड़कर 2-2 घंटे के अंतर से पीते रहें।
7) पांच तुलसी के पत्ते तथा दो नीम की पत्तियों को पीसकर 20 ग्राम पानी में घोलकर खाली पेट सुबह पिएं। 15 दिन में लाभ नजर आने लगेगा।
8) हाई ब्लडप्रेशर के मरीजों के लिए पपीता भी बहुत लाभ करता है, इसे प्रतिदिन खाली पेट चबा-चबाकर खाएं।
9) नंगे पैर हरी घास पर 10-15 मिनट चलें। रोजाना चलने से ब्लड प्रेशर नार्मल हो जाता है।
10) सौंफ, जीरा, शक्‍कर तीनों बराबर मात्रा में लेकर पाउडर बना लें। एक गिलास पानी में एक चम्मच मिश्रण घोलकर सुबह-शाम पीते रहें।
11) पालक और गाजर का रस मिलाकर एक गिलास रस सुबह-शाम पीयें, लाभ होगा।
12) करेला और सहजन की फ़ली उच्च रक्त चाप-रोगी के लिये परम हितकारी हैं।
13) गेहूं व चने के आटे को बराबर मात्रा में लेकर बनाई गई रोटी खूब चबा-चबाकर खाएं, आटे से चोकर न निकालें | 
14) ब्राउन चावल उपयोग में लाएं। यह उच्च रक्त चाप रोगी के लिये बहुत ही लाभदायक भोजन है।
15) प्याज और लहसुन की तरह अदरक भी काफी फायदेमंद होता है। इनसे धमनियों के आसपास की मांसपेशियों को भी आराम मिलता है जिससे उच्च रक्तचाप नीचे आ जाता है।
16) तीन ग्राम मेथीदाना पावडर सुबह-शाम पानी के साथ लें। इसे पंद्रह दिनों तक लेने से लाभ मालूम होता है। 
याद रखें उच्‍च रक्‍तचाप हमारी सेहत के लिए बेहद खतरनाक होता है। लेकिन, रक्‍तचाप अगर सामान्‍य से कम हो, तो वह भी सेहत के लिए कम खतरनाक नहीं होता।

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