बदहजमी कारण और इलाज Indigestion Cause and cure

बदहजमी का आयुर्वेदिक इलाज - Dr. JP Sharma

बदहजमी : कारण और इलाज - 

बदहजमी : भोजन के रूप में खाया हुआ आहार जब अच्छी तरह नहीं पचता या हजम नहीं होता तो अपच , बदहज़मी या अजीर्ण रोग कहलाता है | 

कारण
भारी, गरिष्ठ भोजन का अधिक मात्रा में सेवन | 
बिना अच्छी तरह चबाए जल्दबाजी में भोजन का सेवन करना 
चाय, कॉफी, शराब, तंबाकू का अधिक सेवन, बासी या अधिक मिर्च, मसाले वाला भोजन करना 
नींद कम लेना या देर रात तक जागना,  बाद अधिक मात्रा में पानी पीना भी बदहज़मी करता है | 

लक्षण - जी मिचलाना, खट्टी डकारें आना, छाती में जलन होना, उलटी करने का मन होना, पेट फूलना, पेट दर्द होना और गैस बनना |  

गैस और बदहजमी का इलाज
1 . भोजन हमेशा समय पर करें .
2 . प्रतिदिन सुबह देसी शहद में निम्बू रस मिलाकर चाट लें .

3 . जीरा , सौंफ , अजवायन इनको सुखाकर पाउडर बना लें , शहद के साथ भोजन से पहले प्रयोग करें
4 . भोजन के समय सादे पानी के बजाये अजवायन का उबला पानी प्रयोग करें .
5 . लहसुन , जीरा 10 ग्राम घी में भुनकर भोजन से पहले खाएं .
6 . सौंठ चूर्ण और  शहद ये गर्म पानी से खाएं .
7 . लौंग का उबला पानी रोजाना पियें .
8 . भोजन से पहले और बाद में अदरक और निम्बू का रस आधा-आधा चम्मच लेकर चुटकी भर नमक मिलाकर सेवन करें| 
9 . 25-25 gm. अजवायन सत्व, कर्पूर और पुदीना सत्व, 10- 10 gm. हरी इलायची का तैल, दालचीनी तैल और लौंग का तैल इन सभी औषधियों को साफ़ शीशी में डालकर अच्छी तरह हिलाकर धूप में रखें | 2-3 चम्मच उबले हुए ठंडे पानी में 2-3 बूंदें सुबह और शाम भोजन के बाद लेने से बदहज़मी से राहत मिलती है | 
10. बारीक़ पिसी हुई अजवायन का चूर्ण अथवा इसमें सैंधव लवण मिलाकर  भोजन के बाद लेने से लाभ मिलता है | पांच लौंग और दस ग्राम मिश्री  को पीसकर पानी के साथ सेवन करने से गैस और बदहज़मी का रोग दूर होता है |  

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