मुंह के छालों का आयुर्वेदिक उपचार mouth ulcers and tongue ulcer treatment:
मुंह में अगर छाले हो जाएं तो जीना मुहाल हो जाता है। खाना तो दूर पानी पीना भी मुश्किल हो जाता है। लेकिन, इसका इलाज आपके आसपास ही मौजूद है। मुंह के छाले गालों के अंदर और जीभ पर होते हैं। संतुलित आहार, पेट में दिक्कत, पान-मसालों का सेवन छाले का प्रमुख कारण है। छाले होने पर बहुत तेज दर्द होता है। आइए हम आपको मुंह के छालों से बचने के लिए घरेलू उपचार बताते हैं।
मुंह के अल्सर में उपयोगी सरल और प्रभावी उपचार :
1) शहद में मुलहठी का चूर्ण मिलाकर इसका लेप मुंह के छालों पर करें और लार को मुंह से बाहर टपकने दें।
2) टंकण भस्म और शहद को समान मात्रा में अच्छी तरह से मिलाकर मुंह के छालों पर 2-3 दिन लगाने से अल्सर ठीक हो जाता है |
3) मुंह में छाले होने पर अडूसा के 2-3 पत्तों को चबाकर उनका रस चूसना चाहिए।
4) छाले होने पर कत्था और मुलहठी का चूर्ण और शहद मिलाकर मुंह के छालों पर लगाने चाहिए।
5) अमलतास की फली मज्जा को धनिये के साथ पीसकर थोड़ा कत्था मिलाकर मुंह में रखिए। या केवल अमलतास के गूदे को मुंह में रखने से मुंह के छाले दूर हो जाते हैं।
6) अमरूद के मुलायम पत्तों में कत्था मिलाकर पान की तरह चबाने से मुंह के छाले से राहत मिलती है और छाले ठीक हो जाते हैं | या अमरूद के पत्ते या फलों की कलियों को चबाया जाता है; यह दर्द को कम करने में मदद करता है और यह मुंह के अल्सर के उपचार की प्रक्रिया को तेज करता है |
7) सूखे नारियल का एक टुकड़ा लेकर धीरे-धीरे चबाएं | यह घावों को शांत करता है और दर्द कम करता है उपचार जल्दी करता है |
8) अल्सर पर नारियल के तेल और घी को लगाना चाहिए | आप नारियल के तेल या घी में हल्दी की एक चुटकी को मिक्स कर सकते हैं |
खान पान सबंधी सावधनियाँ -
खान पान में सावधानी बरते. गरिष्ठ, मिर्च-मसालेदार व तैलीय पदार्थों से परहेज रखें। हरी रेशेदार सब्जियों का ही सेवन करें। विटामिन बी व सी से युक्त आहार ले जैसे : पालक, अंकुरित अनाज, अमरुद, संतरा, आवंला, बंद गोभी के पत्ते आदि।
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